
AC एवं DC में अंतर क्या – क्या होते है इनके उत्पादन , उपयोग पूरी जानकारी है AC प्रत्यावर्ती धारा Alternative current और Direct current दिष्ट धारा जिसके लिए हम AC एवं DC में अंतर को समझते हुए विभिन्न Points पर भी चर्चा करेंगे जैसे की AC एवं DC की परिभाषा क्या होती है और इनका Use कहाँ किया जाता है और इनकी Supply किस प्रकार होती है आदि Points पर हम चर्चा करेंगे तो चलिए समझना Start कर देते है AC एवं DC में अंतर –
AC एवं DC का उत्पादन , उपयोग ,आवृति , अंतर

AC एवं DC में अंतर – इंट्रोडक्शन
1 . AC का पूरा नाम Alternating Current या फिर प्रत्यावर्ती धारा होता है तथा जब AC का Flow किसी Circuit में होता है तो एक Fix समय के बाद AC की Direction तथा इसकी Value में परिवर्तन होता है
इसलिए इसे Alternating Current या फिर प्रत्यावर्ती धारा कहा जाता है |
1 . DC का पूरा नाम Direct Current या फिर दिष्ट धारा होता है तथा जब DC का Flow किसी Circuit में होता है तो किसी भी समय के बाद DC की Direction तथा इसकी Value में परिवर्तन नहीं होता है
इसलिए इसे Direct Current या फिर दिष्ट धारा कहा जाता है |
उत्पादन | Production
2 . जब भी AC को बनाना होता है तो इसके लिए Alternator का Use किया जाता है तथा Alternator के द्वारा AC का उत्पादन किया जा सकता है |
2 . जब भी DC को बनाना होता है तो इसके लिए Generator का Use किया जाता है तथा Generator के द्वारा DC का उत्पादन किया जा सकता है |
उपयोग | Uses
3 . AC का उपयोग घरों में तथा उद्योगों में ही ज्यादातर किया जाता है जैसे की Bulb जलाना , फ्रीज , Cooler Fan , या फिर TV चलाना , या फिर मशीनों को Operate करना आदि में AC का उपयोग होता है |
3 . DC का उपयोग किसी बैटरी जैसे की Mobile की बैटरी में उपयोग किया जाता है या फिर किसी वैल्डिंग मशीन के लिए , किसी भी Battery तथा Cell में , तथा Electroplating के लिए भी DC का ही Use किया जाता है |
ट्रांसमिशन | एक जगह से दूसरी जगह
4 . AC को उत्पादन केन्द्रों से दूरस्थ स्थानों तक आसानी से भेजा जा सकता है इसके लिए जहाँ उत्पादन केंद्र होता है वहां Step UP ट्रांसफार्मर की सहायता से दूरस्थ स्थानों जैसे की घरों तथा उद्योगों तक भेजा जाता है और इस लाइन के Ending पर Step Down ट्रांसफार्मर की सहायता से घरों तथा उद्योगों को AC की Supply दी जाती है |
4 . DC को उत्पादन केन्द्रों से दूरस्थ स्थानों तक आसानी से नहीं भेजा जा सकता है क्योंकि DC को जब एक स्थान से दूसरे स्थान तक भेजा जाता है तो बहुत अधिक मात्रा में Energy का Loss होता है तथा इसके लिए किसी भी प्रकार के ट्रांसफार्मर का Use भी नहीं होता है |
AC और DC की आवृति
5 . अलग – अलग देशों में AC Supply लाइन की आव्रति अलग – अलग हो सकती है जैसे की भारत में AC Supply लाइन की आवृति 50 Hertz एवं 220 V होती है परन्तु कुछ देशों में यह आवृति 60 Hz भी होती है |
5 . DC Supply लाइन की आवृति हमेशा ही शून्य अर्थात 0 Hz होती है |
शक्ति गुणांक | Power Factor
6 . जब हम AC Supply के लिए Power Factor की बात करें तो इसका Power Factor हमेशा 0 तथा 1 के बीच ही रहता है |
6 . जब हम DC Supply के लिए Power Factor की बात करें तो इसका Power Factor हमेशा ही 0 होता है |
दोनों को स्टोर कहाँ करते है
7 . AC को किसी भी प्रकार की बैटरीयों में स्टोर करके नहीं रखा जा सकता है अर्थात जब Power सप्लाई On रहती है तभी AC का उपयोग संभव हो पाता है |
7 . DC को बैटरी में स्टोर करके रखा जा सकता है और जब आवश्यकता हो तब भी इसको उपयोग में लिया जा सकता है |
उत्पादन सीमा
8 . जब हम AC के उत्पादन की बात करे तो AC का उत्पादन 30,000 Volts या अधिकतम 33,000 volts तक भी AC का उत्पादन किया जा सकता है |
8 . जब हम DC के उत्पादन की बात करें तो DC का उत्पादन Maximum 650 Volts के आसपास तक ही किया जा सकता है |
दोनों में ज्यादा खतरनाक
9 . जब एक समान वोल्टेज वाली Alternating Current एवं Direct Current वाली लाइन की तुलना की जाए तो DC , AC की तुलना में ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि AC में तो एक फिक्स टाइम के बाद डायरेक्शन Change होती है जिससे झटका लगता है और इन्सान छूट भी सकता है |
9 . लेकिन DC की डायरेक्शन Change नहीं होती है और अगर कोई इन्सान इससे चिपक गया तो फिर उसका छुट पाना बहुत ही मुश्किल हो जाता है |
AC से DC और DC से AC Convert कैसे करते है ?
10 . जब भी कभी AC को DC में बदलना हो तो उसके लिए Rectifier का Use किया जाता है |
10 . जब भी कभी DC को AC में बदलना हो तो उसके लिए Inverter का Use किया जाता है |
इस प्रकार हमने अलग अलग Points की Help से AC एवं DC में अंतर को Detail में समझा |
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