• Skip to primary navigation
  • Skip to main content
  • Skip to primary sidebar
  • Skip to footer
Mechanic37

Mechanic37

इंजीनियरिंग और फिजिक्स,केमिस्ट्री

  • My account
  • Cart
  • Products
  • Blog
  • Contact Us
Home » कंडक्टेंस क्या होती है ? सूत्र | इकाई | उपयोग

कंडक्टेंस क्या होती है ? सूत्र | इकाई | उपयोग

March 11, 2021 by Er. Mahendra Leave a Comment

2
(3)

कंडक्टेंस क्या होती है ? इसका सूत्र , इकाई एव उपयोग बताइये

कंडक्टेंस क्या होती है ? इसका सूत्र , इकाई एव उपयोग

कंडक्टेंस

जब हम एक इलेक्ट्रिकल सर्किट के बारे में बात करते है तो हम देखते है की किसी इलेक्ट्रिकल सर्किट में जब उस सर्किट को किसी बैटरी या सेल से कनेक्ट किया जाता है , तब उस सर्किट में करंट का फ्लो होता है या ऐसे कहे की उस सर्किट में करंट बहने लगता है | लेकिन हम जानते है की  करंट के बहने के समय उस इलेक्ट्रिकल सर्किट का एक प्रतिरोध भी होता  है |

यह प्रतिरोध करंट के बहने का विरोध करता है | अर्थात यदि प्रतिरोध के बारे में बात करे तो ये करंट के बहाव की दिशा के विपरीत लगने वाला फ्रिक्शन बल होता है ,  जो की जो की करंट के बहने की विपरीत दिशा में लगता है | और यदि इस फ्रिक्शन बल का मापन किया जाए तो यही फ्रिक्शन बल ही उस इलेक्ट्रिकल सर्किट का प्रतिरोध कहलाता है |

जिस प्रकार इलेक्ट्रिकल सर्किट में प्रतिरोध होता है उसी तरह या ऐसे कहे की इसके  विपरीत भी एक  इलेक्ट्रिकल  Quantity होती  है  जो  प्रतिरोध के ठीक विपरीत होती है , जिसे इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस के नाम से जाना जाता है  तो अब हम इसके बारे में जान लेते है की ये क्या होती है |

इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस इस बात का मापन होती है की कोई इलेक्ट्रिकल मटेरियल कितनी करंट को कंडक्ट कर  रहा है अर्थात किसी भी इलेक्ट्रिकल परिपथ में जब करंट का प्रवाह हो रहा है |  अर्थात जब परिपथ से करंट बह रही है तब उस परिपथ के मटेरियल से कितनी आसानी से करंट का प्रवाह हो रहा है इस बात का मापन ही इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस कहलाता है |

अगर दुसरे शब्दों में जब इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस की परिभाषा को देखा जाए तो किसी सर्किट से Produce होने वाली करंट के मापन को ही इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस के नाम से जाना जाता है | लेकिन यहा पर करंट के Produce होंने का मतलब भी यही है , की कितनी आसानी के साथ किसी इलेक्ट्रिकल सर्किट में धारा बह रही है | इसी को ही इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस के नाम से जाना जाता है |

अब हम अगर शोर्ट में अपनी बात कहे तो प्रतिरोध इस बात का मापन होता है की किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ में धारा प्रवाह के दोरान कितनी कठिनाई आ रही है | जबकि इसके विपरीत कंडक्टेंस इस बात का मापन होता है की किसी इलेक्ट्रिकल परिपथ में धारा का प्रवाह कितनी आसानी के साथ हो रहा है | अर्थात ये एक दुसरे के विपरीत होते है |

अब हम बात करते है इसके चिन्ह की जिससे इलेक्ट्रिकल कंडक्टेंस को दर्शाया जाता है इसके लिए G ( कैपिटल G ) का प्रयोग करके इसे दर्शाया जाता है |   

कंडक्टेंस का सूत्र एव इकाई

अब अगर हम इसके सूत्र की बात करे तो जैसा की हमने अबतक समझा है उसके आधार पर पता चलता है की यह प्रतिरोध का विपरीत होता है , तब यदि प्रतिरोध को R से दर्शाया जाए तो , इसका सूत्र कुछ इस प्रकार होगा –

G = 1 / R

अब हम जानते है की प्रतिरोध की इकाई ( S . I . यूनिट ) Ohm ( ओह्म ) होती है ,  तो  क्युकी ये प्रतिरोध के विपरीत होती है अर्थात यदि इसकि इकाई उसी के आधार पर निकाली जाए तो कंडक्टेंस की इकाई ( S . I . यूनिट ) Mho ( महो ) होती है | इसे निकालने के लिए Ohm को उल्टा करके लिख दिया जाता है जिससे बनने वाला शब्द Mho होता है |

लेकिन इसकि इकाई सिर्फ Mho ही नहीं होती है इसकि एक और इकाई होती है जिसे “ Siemens “  के नाम से जाना जाता है और इसे S ( कैपिटल S ) से दर्शाया जाता है |  इस प्रकार इसकि इकाई को कही पर Mho भी लिखा जाता है और कही पर S भी |

कंडक्टेंस की गणना  

अब हम इस बारे में बात करते है की इसका मापन किस प्रकार किया जाता है |  क्युकी  अलग – अलग परिस्थतियो में जब अलग – अलग मान दिए हो तब हम इसका मापन किस प्रकार किया जाता है इसके बारे में समझते है |  तो सबसे पहले हम उस स्थति को समझते है जब –

जब करंट तथा वोल्टेज के मान दिए हो

जब किसी विद्युत परिपथ के लिए उसमे बहने वाली धारा ( I )  का मान तथा उस विद्युत परिपथ के वोल्टेज ( V )  का मान पता हो तो इस स्थति में कंडक्टेंस की गणना आसानी से कर सकते है इसके लिए हम इसका सूत्र देखते है –

G  = 1 / R —– ( 1 )

लेकिन अब हमें पता है की ओह्म के नियम से –

V = I R

होता है | यहाँ से हम अगर R का मान निकाले तो वो कुछ इस प्रकार होगा –

R = V / I

अब यदि इसको उल्टा  कर दिया जाए अर्थात जब हम यहा से   1 / R का मान निकाले तो वो इस प्रकार होगा –

1 / R = I / V —– ( 2 )

अब यदि समीकरण 2 से 1 / R का मान समीकरण 1 में रख दिया जाए तो –

G  = I / V —- ( 3 )

समीकरण 3 से G का मान आसानी से निकाला जा सकता है | इसका मान अर्थात इसकि इकाई या तो Mho लिखेंगे या फिर S भी लिख सकते है | जिसका मतलब Siemens होता है |

जब Conductivity का मान दिया हो

अब हम उस स्थति में कंडक्टेंस की गणना करेंगे जब किसी परिपथ में जिस कंडक्टर से होकर धारा का प्रवाह हो रहा है उस कंडक्टर की Conductivity जिसे ( σ ) के द्वारा दर्शाया जाता है | इसका मान पता हो तो तब इसका मान केसे ज्ञात किया जाता है |

इसके लिए हम सबसे पहले उस कंडक्टर की कंडक्टेंस का सूत्र देखते है जो Conductance की Form में  इस प्रकार होता है –

G =  ( A σ ) / L  इस प्रकार होता है  जहा –

A = कंडक्टर का क्रॉस सेक्शनल एरिया होता है जिसका मान  ∏ r2  होता है जहा   r उस कंडक्टर की रेडियस है

σ = कंडक्टर की Conductivity होती है

L = कंडक्टर की लम्बाई होती है

इस प्रकार यदि एरिया का मान G के मान में रख दिया जाए तो नया समीकरण इस प्रकार होगा –

G =  ∏ r2  / L

अब इस सूत्र में सभी मान रखकर G की गणना की जा सकती है |

कंडक्टेंस के उपयोग

अब अगर हम देखे की कंडक्टेंस और Conductivity कुछ सिमिलर ही होते है कोई भी इलेक्ट्रिकल मटेरियल कितनी Electricity को कंडक्ट कर रहा है इसका मापन ही Conductivity कहलाता है तो अब हम देखते है की इसके क्या क्या उपयोग होते है |

अब हम देखते है की इसका उपयोग कहा – कहा किया जाता है | इसका उपयोग  कई इंडस्ट्री में किया जाता है हम यहाँ उनमें से कुछ महत्वपूर्ण के बारे में बात करेंगे जैसे की –

1 . Conductivity का मापन नेचुरल वाटर , Aquaculture और Environment एप्लीकेशन केलिए किया जाता है |

2 . इसका उपयोग इंडस्ट्री में वाटर ट्रीटमेंट तथा इंडस्ट्री एप्लीकेशन के लिए किया जाता है |

3 . सिंचाई के लिए Conductivity का उपोग एग्रीकल्चर एव Hydroponics में इसका उपयोग किया जाता है |

4 .  इलेक्ट्रोप्लेटिंग  बाथ के लिए भी  Conductivity का उपयोग किया जाता है |

यह पेज आपको कैसा लगा ?

Average rating 2 / 5. Vote count: 3

Share this:

  • Click to share on WhatsApp (Opens in new window) WhatsApp
  • Click to share on Facebook (Opens in new window) Facebook
  • Click to print (Opens in new window) Print

Filed Under: physics, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग Tagged With: कंडक्टेंस, सूत्र इकाई एव उपयोग

Reader Interactions

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Primary Sidebar

विषय

  • भौतिक विज्ञान
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग
  • इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग
  • रसायन विज्ञान
  • जीव विज्ञान 
  • कंप्यूटर 
  • इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट्स

Footer

Social Media

  • Facebook
  • Twitter
  • Instagram
  • Youtube

Learn How To Make

  • Drone
  • DIY Robot
  • Website
  • Android Apps?

Policies

  • Shipping and Delivery
  • Refund and Cancellation Policy
  • Privacy Policy
  • Terms and Conditions

Shop

  • Shop
  • My account
  • Checkout
  • Cart

Mechanic37 2015 - 2024

  • Sitemap
  • Contact Us
  • About Us
  • Advertise
  • Mechanical Notes
  • Electrical Notes
  • Electronic Notes
  • Engineering Projects
  • Physics
  • Chemistry
  • Biology
  • Learn Computer
  • Autocad Tutorial